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घटिया स्वार्थी लोग और मतलबी रिश्ते शायरी – सच्चाई को शब्दों में

ज़िंदगी में रिश्ते तभी खूबसूरत लगते हैं जब उनमें सच्चाई, विश्वास और अपनापन हो। लेकिन जब यही रिश्ते घटिया स्वार्थी लोगों और मतलबी रवैये से भर जाते हैं, तो दिल टूटता है। ऐसे लोग सिर्फ अपने फायदे के लिए आते हैं और काम निकलते ही दूर चले जाते हैं। इस दर्द को शब्दों में कह पाना आसान नहीं, लेकिन शायरी हमेशा दिल की गहराइयों को आवाज़ देती है।

इस ब्लॉग में हम आपके लिए घटिया स्वार्थी लोग मतलबी रिश्ते शायरी, सेल्फिश शायरी इन हिंदी, झूठे मतलबी रिश्ते शायरी, और खुदगर्ज़ शायरी लेकर आए हैं। हर सेक्शन में 10-10 शायरियाँ दी गई हैं, जिन्हें आप स्टेटस, कैप्शन या अपने जज़्बात बयां करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

1. घटिया स्वार्थी लोग शायरी

घटिया स्वार्थी लोग शायरी

कभी-कभी इंसान इतना गिर जाता है कि उसका स्वार्थ और घटियापन साफ झलकने लगता है। ऐसे लोगों पर ये शायरी फिट बैठती है।

  • चेहरे पर मासूमियत, दिल में चालाकी,  यही पहचान है घटिया इंसान की।
  • घटिया लोग चेहरे पे नकली मुस्कान रखते हैं,  और पीठ पीछे खंजर छुपा कर रखते हैं।
  • जो खुद गिर चुके हों इंसानियत से,  वही दूसरों को घटिया कहते हैं।
  • रिश्तों की कीमत क्या समझेंगे वो लोग,  जो हर मौके पर घटियापन दिखाते हैं।
  • पैसे के लिए इंसानियत बेचने वाले,  घटिया लोग ही कहलाते हैं।
  • घटिया लोग चेहरे से सज्जन बनते हैं,  मगर ज़हर उनकी बातों में होता है।
  • इंसान की पहचान उसके कर्म से होती है,  घटियापन से नहीं।
  • घटिया लोग वो हैं जो जरूरत पर याद आते हैं,  बाकी समय गुमनाम रहते हैं।
  • घटिया सोच रखने वाले लोग,  कभी भी नेकदिल नहीं हो सकते।
  • जितना घटियापन भीतर भरोगे,  उतनी ही इज्ज़त बाहर खो दोगे।

2. स्वार्थी लोग शायरी (Selfish Shayari in Hindi)

Selfish Shayari in Hindi

स्वार्थी लोग सिर्फ अपने फायदे को देखते हैं। ऐसे लोगों के लिए ये शायरी बिल्कुल सही है।

  • मतलबी दुनिया का यही दस्तूर है,  काम पड़े तो नमस्ते, वरना दूर है।
  • स्वार्थी लोग रिश्तों को सीढ़ी मानते हैं,  मंज़िल पाते ही धक्का दे जाते हैं।
  • जिनसे उम्मीदें ज्यादा होती हैं,  वही सबसे पहले स्वार्थी निकलते हैं।
  • स्वार्थ की आग में रिश्ते जल जाते हैं,  और लोग अजनबी बन जाते हैं।
  • चेहरे पर मीठी बातें, दिल में स्वार्थ छुपा,  यही है मतलबी दुनिया का असली चेहरा।
  • स्वार्थी लोग काँच की तरह होते हैं,  काम आने के बाद चुभ जाते हैं।
  • रिश्तों में स्वार्थ हो तो वो रिश्ता बोझ है,  ऐसा बोझ ढोना बेहतर नहीं।
  • मतलबी लोग तो मक्खियों जैसे होते हैं,  मिठास दिखते ही मंडराने लगते हैं।
  • स्वार्थी लोगों से दूरी ही भली,  वरना दिल हमेशा घायल रहता है।
  • खुदगर्ज़ दुनिया में सच्चाई बेकार है,  यहाँ सबको सिर्फ अपना ही ख्याल है।

3. झूठे और मतलबी रिश्ते शायरी

झूठे और मतलबी रिश्ते शायरी

कुछ रिश्ते सिर्फ दिखावे के होते हैं। ऐसे झूठे और मतलबी रिश्तों पर ये शायरी दिल छू लेगी।

  • झूठे रिश्तों की उम्र बस कुछ पल की होती है।
  • जो दिल से साथ हों वही रिश्ते सच्चे होते हैं,  बाकी सब दिखावे के होते हैं।
  • मतलबी रिश्ते आईने जैसे होते हैं,  टूट जाएँ तो कभी जुड़ते नहीं।
  • झूठे लोग बातें बड़ी-बड़ी करते हैं,  मगर वक्त आने पर गुम हो जाते हैं।
  • मतलबी रिश्ते दिल का बोझ बढ़ाते हैं।
  • जो सिर्फ दिखावा करे, वो अपनों में नहीं आते।
  • मतलबी रिश्ते इंसान को खोखला बना देते हैं।
  • झूठे रिश्तों से अच्छा अकेलापन है।
  • मतलबी लोग हर मोड़ पर धोखा देते हैं।
  • झूठे रिश्तों की असलियत वक्त दिखा देता है।

4. खुदगर्ज़ घटिया लोग शायरी

खुदगर्ज़ घटिया लोग शायरी

खुदगर्ज़ लोग हर जगह मिलते हैं, जो बस अपने फायदे की सोचते हैं।

  • खुदगर्ज़ी रिश्तों को खत्म कर देती है।
  • खुदगर्ज़ लोग कभी किसी के सच्चे नहीं होते।
  • घटिया लोग अपने मतलब के बिना नहीं पहचानते।
  • खुदगर्ज़ी इंसानियत की दुश्मन है।
  • खुदगर्ज़ लोग हमेशा दिल तोड़ते हैं।
  • खुदगर्ज़ी की दुनिया में मोहब्बत बेकार है।
  • घटिया सोच रखने वाले, हमेशा खुदगर्ज़ होते हैं।
  • खुदगर्ज़ लोग रिश्तों को खेल समझते हैं।
  • घटिया इंसानियत और खुदगर्ज़ दिल,  यही है आज की दुनिया की मुश्किल।
  • खुदगर्ज़ लोगों से जितनी दूरी रखो,  उतना ही सुकून मिलेगा।

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निष्कर्ष

ज़िंदगी में घटिया, स्वार्थी और मतलबी लोग हर जगह मिल जाते हैं। ऐसे रिश्ते हमें तकलीफ़ तो देते हैं, लेकिन यही अनुभव हमें सिखाते हैं कि असली और झूठे रिश्तों में फर्क कैसे करना है। खुदगर्ज़ और मतलबी लोग सिर्फ अपने फायदे तक सीमित रहते हैं, लेकिन जब हम उनसे दूर रहना सीख जाते हैं तो सच्चे और ईमानदार रिश्तों की अहमियत और भी बढ़ जाती है। इसलिए ज़रूरी है कि हम नकली रिश्तों से दूरी बनाकर उन लोगों को अपनाएँ जो बिना किसी स्वार्थ के हमारे साथ खड़े रहते हैं। यही असली ज़िंदगी की खूबसूरती है।

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